जौनपुर: यूपी के जौनपुर जिले के बदलापुर तहसील में एक गांव ढेमा (डुहिया) है. यहां गांव निवासी अभिषेक सिंह ने संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) की प्रतिष्ठित परीक्षा में 78वीं रैंक प्राप्त कर जिले का नाम रोशन किया है. उनकी इस उल्लेखनीय उपलब्धि से न केवल उनके परिजन गौरवान्वित हैं, बल्कि पूरे गांव और क्षेत्र में खुशी की लहर है. उनके घर बधाई देने वालों का तांता लगा हुआ है. यहां हर कोई इस गौरवपूर्ण क्षण का हिस्सा बनना चाहता है.
पिता हैं पेशे से चिकित्सक
यूपीएससी में 78वीं रैंक लाने वाले अभिषेक सिंह के पिता पेशे से चिकित्सक हैं. उनके पिता डॉ. अखिलेश सिंह और मां गृहिणी पूनम सिंह हैं. उन्होंने अपने चौथे प्रयास में यह सफलता अर्जित की है. उनकी यह उपलब्धि जौनपुर जिले के लिए प्रेरणा का स्रोत बन गई है, खासतौर पर उन छात्रों के लिए जो सीमित संसाधनों में रहकर भी बड़े सपने देखते हैं.
गांव में हुई प्रारंभिक शिक्षा
अभिषेक की प्रारंभिक शिक्षा उनके गांव ढेमा में हुई. शिक्षा के प्रति उनका समर्पण बचपन से ही नजर आने लगा था. हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की पढ़ाई उन्होंने सुल्तानपुर स्थित प्रतिष्ठित कन्हैयालाल इंटर कॉलेज (KNI) से की. इसके बाद उनका चयन सीधे आईआईटी हैदराबाद में हुआ. जहां उन्होंने अपनी तकनीकी शिक्षा पूरी की. इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी करने के बाद उन्होंने UPSC की तैयारी में खुद को पूरी तरह से झोंक दिया.
बिना कोचिंग के पाई सफलता
अभिषेक ने बताया कि उन्होंने बिना किसी कोचिंग के सिर्फ सेल्फ स्टडी के माध्यम से यह मुकाम हासिल किया. उनके मुताबिक कठिन परिश्रम, आत्मविश्वास और निरंतरता ही सफलता की कुंजी है. उन्होंने कहा कि ‘अगर इंसान का लक्ष्य स्पष्ट हो और उस पर ध्यान केंद्रित किया जाए, तो कोई भी मंज़िल दूर नहीं होती है.
उन्होंने यह भी कहा कि इस सफलता में उनके माता-पिता, गुरुजनों और समाज के बड़ों का आशीर्वाद और समर्थन बेहद अहम रहा है. अभिषेक का मानना है कि ग्रामीण क्षेत्रों के युवाओं में अथाह प्रतिभा है, बस उन्हें उचित दिशा और प्रेरणा की आवश्यकता है.
गांव के लिए प्रेरणा बने अभिषेक
अभिषेक की सफलता से जौनपुर ही नहीं, पूरे पूर्वांचल को गौरव की अनुभूति हो रही है. यह उपलब्धि इस बात का प्रमाण है कि छोटे गांवों से भी बड़ी उड़ान भरी जा सकती है. गांव ढेमा के लोग आज अभिषेक को एक आदर्श के रूप में देख रहे हैं और उनके अनुभवों से प्रेरणा ले रहे हैं.
आत्मविश्वास से हासिल की सफलता
अब जब अभिषेक भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS) का हिस्सा बनने जा रहे हैं, तो जौनपुर जिले को उनसे काफी उम्मीदें हैं. उन्होंने साबित कर दिया है कि मेहनत, लगन और आत्मविश्वास के बल पर किसी भी चुनौती को पार किया जा सकता है.
जौनपुर के युवा अभिषेक की इस सफलता ने यह संदेश दिया है कि सपना चाहे जितना भी बड़ा हो, अगर उसे सच्चे मन और दृढ़ निश्चय से पूरा करने की ठान ली जाए, तो कोई भी बाधा रास्ते की दीवार नहीं बन सकती.