Himachal Weather Forecast हिमाचल प्रदेश में शुक्रवार को रोहतांग शिंकुला और बारालाचा दर्रे पर हल्की बर्फबारी हुई। सड़कों पर बर्फबारी हटाने के लिए बीआरओ की टीम जुट गई है। वहीं शिमला सहित कई स्थानों पर तेज धूप खिलने से गर्मी महसूस की गई। मौसम विभाग ने चंबा कांगड़ा और कुल्लू जिले में भारी वर्षा और ओलावृष्टि की संभावना जताई है।
राज्य ब्यूरो, शिमला। प्रदेश में शुक्रवार को दिन की शुरुआत खिली धूप के साथ हुई। दोपहर बाद मौसम ने करवट बदली और रोहतांग, शिंकुला व बारालाचा दर्रा में हल्का हिमपात हुआ।
शिमला सहित कई स्थानों पर तेज धूप खिलने से गर्मी महसूस की गई। शुक्रवार शाम रोहतांग दर्रे सहित धुंधी, मनाली पीक, हनुमान टिब्बा, बारालाचा, शिंकुला, कुंजम दर्रे पर हल्का हिमपात हुआ।घाटी के बागबान चुन्नी लाल व जगदीश का कहना है कि अगर वर्षा हुई तो सेब की सैटिंग पर असर पड़ सकता है। हल्के हिमपात के बीच शिंकुला में वाहनों की आवाजाही सुचारू रही, जबकि रोहतांग, कुंजम व बारालाचा दर्रे की बहाली का कार्य जारी है।
बर्फ हटाने में जुटा बीआरओ
सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) की मशीनरी पर्यटन स्थल मढ़ी के समीप बर्फ को हटाने में जुटी है। बीआरओ की मानें तो अभी लगभग तीन सप्ताह तक रोहतांग दर्रा बहाल होने की उम्मीद है। कोकसर और मढ़ी दोनों तरफ से रोहतांग दर्रे को बहाल करने का काम जारी है।शुक्रवार को अधिकतम तापमान में दो से चार डिग्री की वृद्धि हुई है। प्रदेश में नौ स्थानों का अधिकतम तापमान 32 डिग्री से अधिक दर्ज किया गया। अधिकतम तापमान में सबसे अधिक वृद्धि नारकंडा में चार, जबकि अन्य स्थानों पर 2.5 डिग्री से कम की दर्ज की गई।
प्रदेश में सबसे अधिक तापमान ऊना में 38.4 डिग्री दर्ज किया गया। हालांकि दोपहर बाद यहा बादल छा गए। मौसम विभाग ने चंबा, कांगड़ा और कुल्लू जिले में 18 अप्रैल की रात्रि से 19 अप्रैल की मध्य रात्रि तथा मंडी जिले में 19 अप्रैल को कुछ स्थानों पर भारी वर्षा और ओलावृष्टि की संभावना जताई है।
कितना दर्ज किया गया तापमान?
वीरवार की रात शिमला और
कसौली में देहरागोपीपुर, पांवटा साहिब और नाहन को छोड़ गर्म रही। न्यूनतम तापमान में सबसे अधिक वृद्धि कसौली में 7.7, शिमला में सात, नारकंडा में छह, जबकि अन्य स्थानों पर दो से तीन डिग्री की दर्ज की गई है।
कुल्लू जिले के पर्यटन स्थल मढ़ी के समीप बर्फ को हटाने में जुटी सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) की मशीनरी। अभी लगभग तीन सप्ताह तक रोहतांग दर्रा बहाल होने की उम्मीद है। कोकसर और मढ़ी दोनों तरफ से रोहतांग दर्रे की बहाली का कार्य जारी है।