भास्कर न्यूज | मुड़ागांव(कोरासी)
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गरियाबंद जिले अंतर्गत छुरा विकासखंड में गौ ग्राम जनजागरण यात्रा का आयोजन श्री कुंज बिहारी गौशाला समिति, खुसरुपाली के तत्वावधान में किया गया। यह यात्रा छत्तीसगढ़ शासन के निर्देश एवं गौशाला आयोग के मार्गदर्शन में संचालित हुई, जिसका उद्देश्य गौमाता के संरक्षण, संवर्धन और ग्रामीणों में जागरूकता फैलाना था। यात्रा की शुरुआत 22 अप्रैल को खुसरुपाली स्थित श्री कुंज बिहारी गौशाला से हुई, जो चरौदा, कानसिंधी, रसेला, सिवनी, पिपरछेड़ी, मंडेली, गिधनी, लोहाझर, बोदरबांधा, मुड़गांव, कसेकरा, सोरिद, फिंगेश्वरी, अकलवारा, रानीपरतेवा सहित 40 से अधिक गांवों से होकर गुजरी। इस यात्रा में ग्रामीणों को गाय के धार्मिक, सांस्कृतिक, आर्थिक और पर्यावरणीय महत्व की जानकारी दी गई। गांव-गांव में लोगों को गौपालन, गोबर एवं गौमूत्र से बनने वाले जैविक उत्पादों के फायदे समझाए गए। यात्रा का समापन खड़मां गांव के प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय, ओम शांति भवन में हुआ।
समापन कार्यक्रम में ब्रह्माकुमारी चंद्रिका एवं ब्रह्माकुमारी अलिका बहनों ने सेवाधारियों का स्वागत किया और उन्हें श्रीकृष्ण का छायाचित्र भेंट कर सम्मानित किया। चंद्रिका बहन ने कहा, “गौमाता हमारी संस्कृति की आत्मा हैं, जिनके संरक्षण से ही समाज का संतुलन बना रहता है।” यात्रा के प्रमुख संयोजक एवं समाजसेवी शीतल ध्रुव ने कहा कि इस अभियान का उद्देश्य ग्रामीण जनता को गौमाता के महत्व से जोड़ना, हर घर में एक गाय पालने हेतु प्रेरित करना तथा गौ आधारित रोजगार को प्रोत्साहित करना है। उन्होंने बताया कि यह अभियान केवल धार्मिक नहीं, बल्कि सामाजिक और आर्थिक सुधार की दिशा में एक बड़ा कदम है। इस अवसर पर पूर्व भाजपा मंडल अध्यक्ष संदीप पांडेय, गुलशन सिन्हा, प्रकाश सिन्हा, धनश्याम साहू, रवि साहू, पूर्णिमा कंवर, गोविंद यादव, बी.के. सियाराम सिन्हा समेत अनेक सामाजिक कार्यकर्ता व स्थानीय जनप्रतिनिधि उपस्थित रहे। वक्ताओं ने शासन से गौसेवा से संबंधित स्थायी योजनाएं लाने और इस अभियान को निरंतर जारी रखने की मांग की।