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‘पहलगाम के पीड़ितों को न्याय मिलकर रहेगा…’,PM मोदी ने देश को फिर दिलाया आतंक के खिलाफ कार्रवाई का भरोसा  – PM Modi again assured nation said victims of Pahalgam will get justice ntc


प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज ‘मन की बात’ कार्यक्रम को संबोधित किया. ये उनके कार्यक्रम का 121वां एपिसोड है. पीएम नरेंद्र मोदी ने अपने कार्यक्रम में पहलगाम हमले पर चर्चा की और पीड़ित परिवारों को न्याय का भरोसा दिलाया है. उन्होंने कहा, ‘पूरा विश्व, आतंकवाद के खिलाफ हमारी लड़ाई में 140 करोड़ भारतीयों के साथ खड़ा है. मैं पीड़ित परिवारों को फिर भरोसा देता हूं कि उन्हें न्याय मिलकर रहेगा.’

PM नरेंद्र मोदी ने मन की बात को संबोधित करते हुए कहा, ‘आज जब मैं आपसे ‘मन की बात’ कर रहा हूं तो मन में गहरी पीड़ा है. 22 अप्रैल को पहलगाम में हुई आतंकी वारदात ने देश के हर नागरिक को दुःख पहुंचाया है. पीड़ित परिवारों के प्रति हर भारतीय के मन में गहरी संवेदना है. भले वो किसी भी राज्य का हो, वो कोई भी भाषा बोलता हो, लेकिन वो उन लोगों के दर्द को महसूस कर रहा है, जिन्होंने इस हमले में अपने परिजनों को खोया है. मुझे एहसास है, हर भारतीय का खून, आतंकी हमले की तस्वीरों को देखकर खौल रहा है.’

‘दुश्मनों को रास नहीं आया…’

उन्होंने कहा, ‘पहलगाम में हुआ ये हमला, आतंक के सरपरस्तों की हताशा को दिखाता है, उनकी कायरता को दिखाता है. ऐसे समय में जब कश्मीर में शांति लौट रही थी, स्कूल-कॉलेजों में एक वाइब्रन्सी थी, निर्माण कार्यों में अभूतपूर्व गति आई थी, लोकतंत्र मजबूत हो रहा था, पर्यटकों की संख्या में रिकॉर्ड बढ़ोतरी हो रही थी, लोगों की कमाई बढ़ रही थी, युवाओं के लिए नए अवसर तैयार हो रहे थे. देश के दुश्मनों को, जम्मू-कश्मीर के दुश्मनों को, ये रास नहीं आया.’

पीएम ने कहा,  ‘आतंकी और आतंक के आका चाहते हैं कि कश्मीर फिर से तबाह हो जाए और इसलिए इतनी बड़ी साजिश को अंजाम दिया. आतंकवाद के खिलाफ इस युद्ध में देश की एकता, 140 करोड़ भारतीयों की एकजुटता, हमारी सबसे बड़ी ताकत है. यही एकता, आतंकवाद के खिलाफ हमारी निर्णायक लड़ाई का आधार है. हमें देश के सामने आई इस चुनौती का सामना करने के लिए अपने संकल्पों को मजबूत करना है.’

प्रधानमंत्री मोदी ने आगे कहा, ‘साथियो, भारत के हम लोगों में जो आक्रोश है, वो आक्रोश पूरी दुनिया में है. इस आतंकी हमले के बाद लगातार दुनिया-भर से संवेदनाएं आ रही हैं. मुझे भी ग्लोबल लीडर्स ने फोन किए हैं, पत्र लिखे हैं, संदेश भेजे हैं. इस जघन्य तरीके से किए गए आतंकी हमले की सब ने कड़े शब्दों में निंदा की है. उन्होंने मृतकों के परिजनों के प्रति संवेदनाएं प्रकट की हैं.’

‘भारत के साथ खड़ा है पूरा विश्व’

पीएम ने ये भी कहा, ‘पूरा विश्व, आतंकवाद के खिलाफ हमारी लड़ाई में, 140 करोड़ भारतीयों के साथ खड़ा है. मैं पीड़ित परिवारों को फिर भरोसा देता हूं कि उन्हें न्याय मिलेगा, न्याय मिलकर रहेगा. इस हमले के दोषियों और साजिश रचने वालों को कठोरतम जवाब दिया जाएगा.’

पीएम ने आगे कहा,  ‘साथियो, दो दिन पहले हमने देश के महान वैज्ञानिक डॉ० के. कस्तूरीरंगन जी को खो दिया है. जब भी कस्तूरीरंगन जी से मुलाकात हुई, हम भारत के युवाओं के टैलेंट, आधुनिक शिक्षा, स्पेस साइंस ऐसे विषयों पर काफी चर्चा करते थे. विज्ञान, शिक्षा और भारत के अंतरिक्ष कार्यक्रम को नई ऊंचाई देने में उनके योगदान को हमेशा याद किया जाएगा. उनके नेतृत्व में ISRO को एक नई पहचान मिली. उनके मार्गदर्शन में जो स्पेस प्रोग्राम आगे बढ़े, उससे भारत के प्रयासों को ग्लोबल मान्यता मिली. आज भारत जिन सैटेलाइट का उपयोग करता है, उनमें से कई डॉ. कस्तूरीरंगन की देखरेख में ही लॉन्च की गई थी. उनके व्यक्तित्व की एक और बात बहुत खास थी, जिससे युवा पीढ़ी उनसे सीख सकती है. उन्होंने हमेशा इनोवेशन को महत्व दिया. कुछ नया सीखने, जानने और नया करने का विजन बहुत प्रेरित करने वाला है.’

PM ने डॉ. के. कस्तूरीरंगन को दी श्रद्धांजलि

उन्होंने कहा, ‘डॉ. के. कस्तूरीरंगन जी ने देश की नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति तैयार करने में भी बहुत बड़ी भूमिका निभाई थी. डॉ. कस्तूरीरंगन, 21वीं सदी की आधुनिक जरूरतों के मुताबिक फॉरवर्ड लुकिंग एजुकेशन का विचार लेकर आए थे. देश की निस्वार्थ सेवा और राष्ट्र निर्माण में उनके योगदान को हमेशा याद किया जाएगा. मैं डॉ. के. कस्तूरीरंगन जी को विनम्र भाव से श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं.’

PM ने कहा, ‘साथियो, पिछले महीने म्यांमार में आए भूकंप की खौफनाक तस्वीरें आपने जरूर देखी होंगी. भूकंप से वहां बहुत बड़ी तबाही आई, मलबे में फंसे लोगों के लिए एक-एक सांस, एक-एक पल कीमती था. इसलिए भारत ने म्यांमार के हमारे भाई-बहनों के लिए तुरंत ऑपरेशन ब्रह्मा शुरू किया. एयरफोर्स के एयरक्राफ्ट से लेकर नेवी के शिप्स तक म्यांमार की मदद के लिए रवाना हो गए. वहां भारतीय टीम ने एक फील्ड हॉस्पिटल तैयार किया. इंजीनियरों की एक टीम ने अहम इमारतों और बुनियादी ढांचे को हुए नुकसान का आकलन करने में मदद की. भारतीय टीम ने वहां कंबल, टेंट,स्लिपिंग बैग्स, दवाइयां, खाने-पीने के सामान के साथ ही और भी बहुत सारी चीजों की सप्लाई की. इस दौरान भारतीय टीम को वहां के लोगों से बहुत सारी तारीफ भी मिली.’

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